AYODHYA : बाबरी ध्वंस के आरोपी हिंदूवादी नेता संतोष दुबे ने मांग की है कि राम मंदिर निर्माण का अनुष्ठान तभी संपूर्ण होगा जब राम जन्मभूमि मुक्त के लिए लाठी गोली खाने वालों की भी शिरकत हो। उन्होंने ट्रस्ट और प्रधानमंत्री कार्यालय से मांग रखी कि 5 अगस्त को राम जन्म भूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए आयोजित भूमि पूजन कार्यक्रम में वर्ष 1992 के बाबरी ढांचा ध्वंस के सभी सीबीआई आरोपियों तथा देश के प्रमुख पीठों के चारों शंकराचार्य को आमंत्रित किया जाए।
कारसेवा के दौरान शहीद कारसेवकों के परिवार को भी कार्यक्रम में बुलाया जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया है। अयोध्या जनपद के सर्किट हाउस में आयोजित ट्रस्ट की दूसरी बैठक में ट्रस्ट ने सर्वसम्मति से भूमि पूजन का फैसला किया।
ट्रस्ट की ओर से प्रधानमंत्री कार्यालय को भूमि पूजन के लिए भेजी गई दो तिथियों 3 व 5 अगस्त में प्रधानमंत्री कार्यालय ने 5 अगस्त के कार्यक्रम को अपनी सहमति दी है। प्रधानमंत्री कार्यालय से अधिकृत सूचना के बाद ट्रस्ट में भूमि पूजन को लेकर तैयारियां तेज कर दी है और कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने वाले विशिष्ट जनों की सूची बनाई जा रही है।
500 वर्षों के संघर्ष के बाद राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ है। मंदिर निर्माण के लिए आयोजित अनुष्ठान तभी संपूर्ण माना जाएगा जब इसमें मंदिर आंदोलन के लिए संघर्ष करने वाले सभी लोगों की सहभागिता हो। उन्होंने कहा कि अगर कार सेवा तथा संघर्ष में शामिल रहे लोगों को नहीं बुलाया जाता तो यह अहंकार का परिचायक होगा। परिसर स्थित बाबरी ढांचा का ध्वंस न हुआ होता तो आज जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ न हुआ होता।