BARABANKI : बाराबंकी में रूठी प्रेमिका को मनाने में असफल प्रेमी लॉज के कमरे में प्रेमिका के ही दुपट्टे का फंदा बना कर उसी के सामने फांसी पर लटक गया । मामला नगर कोतवाली इलाके के छाया चौराहे पर स्थित मेहर उजाला लॉज का है । लॉज के मैनेजर विमल की माने तो सोमवार की दोपहर करीब 3 बजे बाराबंकी के रामनगर इलाके के कप भैसुरिया फतेहुल्लाहपुर निवासी सुनील यदुवंशी नाम का 18 वर्षीय युवक आकांक्षा यादव नाम की 18 वर्षीय युवती को साथ लेकर लॉज आया था ।
सुनील ने युवती को अपनी बहन बताते हुए उसकी तबियत खराब होने और जांच कराने के सम्बंध में आने की बात बताते हुए लॉज में कमरा बुक कराया और दोनो कमरे में चले गए । लेकिन हड़कम्प तब मचा जब कुछ देर बाद ही आकांक्षा नाम की ये युवती बदहवास हालत में भागती हुई लॉज के रिशेप्शन पर पहुची और सुनील द्वारा फांसी लगा लेने की बात बतायी । जिसके बाद लॉज मैनेजर विमल और बाकी स्टाफ जब मौके पर पहुचा तो देखा कि सुनील कमरे की छत पर लगे कुंडे में युवती के दुपट्टे से लटका हुआ है जिसके बाद सुनील के जिंदा होने की संभावना के चलते लॉज के स्टाफ ने आनन फानन में उसे नीचे उतारा लेकिन सुनील की मौत हो चुकी थी ।
लॉज के मैनेजर विमल की सूचना पर बाराबंकी के पुलिस कप्तान डॉ0 अरविन्द चतुर्वेदी , अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आर एस गौतम और नगर कोतवाल पंकज सिंह मौके पर पहुचे और युवती समेत लॉज मैनेजर और बाकी स्टाफ से पूछताछ कर मामले की जांच पड़ताल में जुट गए । शुरुआती जांच के दौरान पता लगा है कि मृतक सुनील यदुवंशी और आकांक्षा के बीच पिछले 5 साल से प्रेम संबंध चल रहे थे लेकिन हाल में किसी बात को लेकर दोनो में मनमुटाव हो गया था।
रूठी प्रेमिका को मनाने के लिए ही सुनील उसे लॉज लाया था जहां काफी प्रयास के बाद भी जब आकांक्षा नही मानी तो सुनील ने उसके दुपट्टे को कमरे की छत पर लगे कुंडे में बांध कर अपनी गर्दन में फंदा लगा लिया और जान देने की बात कहने लगा । इसके बाद भी जब आकांक्षा नही मानी तो सुनील फांसी के फंदे पर झूल गया जिसके बाद आकांक्षा ने लॉज के स्टाफ को मदद के लिये बुलाया लेकिन जब तक सुनील को नीचे उतारा गया उसकी मौत हो चुकी थी ।