LAKHIMPUR KHIRI/ISA NAGAR सोचिये गन्ने के खेत में उस अबोध बालिका के साथ कितनी बेरहमी हुई होगी। वैसे ही जैसी दिल्ली की निर्भया के साथ हुई थी। ममला लखीमपुर खीरी के ईसानगर क्षेत्र का है। इस क्षेत्र को गाजर इलाका कहा जाता है और यह इलाका विकास की दौड़ से बहुत पीछे हैं। यहां बहुत अमीर लोग रहते हैं या फिर बहुत ही गरीब लोग। इतने गरीब कि उनके घर में चूल्हा एक ही वक्त जलता है।
ईसानगर का पीड़ित परिवार लाकडाउन के चलते वापस अपने गृह जनपद लौट आया था। शुक्रवार को बालिका घर से बाहर निकली थी। लेकिन दोपहर बाद तक जब वह नहीं लौटी तो परिजनों ने खोजबीन शुरू की। शुक्रवार रात बच्ची का शव गांव से बाहर एक गन्ने के खेत में मिला। पिता का आरोप है कि बच्ची की आंखें निकली हुई थीं और जुबान कटी हुई थी। गला दुपट्टे से कसा गया था। लखीमपुर के एसपी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम में बच्ची के साथ रेप की पुष्टि हुई है। लेकिन, आंख फोड़ने व जीभ काटने जैसी कोई बात सामने नहीं आई है।
यह मामला तूल पकड़ रहा है और सपा/बसपा ने इस मुददे को लेकर टिवट किये हैं। घटना के बाद पुलिस ने दो लोगों को पकड़ा है और उन पर एनएसएस के तहत कार्रवाई की है। पीड़िता के पिता का कहना है किमेरे बताने पर जिन दो लोगों को पुलिस ने पकड़ा है मुझे नहीं पता कि वह सही आरोपी हैं या नहीं। वह संदिग्ध लगे तो हमने उन्हें बताया। बाकी पुलिस जांच करें और सही आरोपियों को पकड़े। हमें इंसाफ चाहिए, दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए।