LUCKNOW : लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने इंटरनेशनल कार चाेर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चोरों की निशानदेही पर करीब पांच करोड़ रुपये कीमत की लग्जरी कारें बरामद की गईं।
चिनहट क्षेत्र में चेकिंग के दौरान कुछ कार सवार लोग एक महंगी कार को छोड़कर भाग गये थे। पुलिस ने मामले की तहकीकात करते हुए जांच को आगे बढ़ाया तो एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी। पुलिस ने केडी सिंह स्टेडियम के पास से वाहन चोर गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें रिजवान, नाजिर खान, श्याम जी जायसवाल, विनय तलवार और मोइनुद्दीन खान शामिल हैं। इस दौरान मोहम्मद कामिल और मनीष टंडन भागने में सफल रहे।
उन्होंने बताया कि इस गिरोह से जुड़े वांछित लोगों में मेरठ निवासी अबरार,अफजाल, आगरा निवासी रामू शर्मा, मुरादाबाद निवासी आरिफ भांजा, खीरी निवासी शिबू, फजलगंज निवासी सतपाल कबाड़ी और दिल्ली के मायापुरी निवासी रोमी पाल सिंह शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य इन वाहनों को नेपाल और बिहार आदि राज्यों में बेचने के लिए भेजने वाले थे लेकिन लॉकडान के चलते कामयाबी नहीं मिली और पकड़े गये।
पुलिस आयुक्त ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को निजी बीमा कंपनियों द्वारा वाहन मालिकों को नुकसान का भुगतान कराकर उंची बोली लगाने वाले कबाड़ियों को उनके कागजात के साथ बेच देते थे। बाद में उन वाहनों के कागजात अपराधिक प्रवृति के लोग कबाड़ी से खरीद लेते थे और बाद में चोरी की गई गाड़ियों का मॉडल और इंजन आदि के नम्बर बदलकर कागजात तैयार कराते थे।
उन्होंने बताया कि पूछताछ पर गिरफ्तार रिजवान ने बताया कि वह करीब दो दशक से कार बेचने का धंधा कर रहा है। वह वाहन चोरों से खरीदी गई कारों को ओएलएस पर बिक्री करता है। वह करीब 20 साल से इस धंधे से जुड़ा है। वह बैंकॉक में होटल व्यवसाय शुरु करने वाला था, लेकिन लॉकडाउन के चलते वहां नहीं जा सका। उसने वहां जाने की पूरी तैयारी कर रही थी और उसके पहले ही पकड़ गया। वाहनों के कागजात होने पर उसपर कोई शक भी नहीं करता था।
उन्होंने बताया कि नाजिर खान खुद को धांसू न्यूज पोटर्ल का वरिष्ठ पत्रकार बताता था। यह भोजपुरी फिल्मों में भी काम कर चुका है। यह गिरोह के सदस्यों से कार लेकर उन्हें ओएलएक्स पर बेचता था। कानपुर के फसलगंज निवासी श्याम जी जायसवाल कबाड़ी की दुकान करता है और विनय तलवार का लखनऊ के हरतगंज एक्सचेंज का शोरूम है और मोइनुद्दीन खान अपना गैराज है और चोरी के वाहनों को बेचने का भी काम करता है।