यह खबर प्रवासी मज़दूरों के पैरों की थकान को कम कर देगी। हजारों किलोमीटर की यात्रा कर घर वापस हुए प्रवासी मजदूरों के बच्चो को यूपी प्राथमिक स्कूलों में सरकार एडमीशन देगी। उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा है कि दूसरे राज्यों से उप्र आ रहे प्रवासी कामगारों के बच्चों का राज्य के स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए शीघ्र ही सर्वे का कार्य शुरू किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री ने साफ कर दिया है कि यदि दूसरे राज्यों के लोग उत्तर प्रदेश आये हैं और अपने बच्चों का एडमीशिन करवाना चाहते हैं तो उनके बच्चों को भी प्राथमिक विद्यालयोें में निशुल्क प्रवेश दिया जाएगा। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि यूपी के स्कूल कब से काम करना शुरू करेंगे। शुरूआत में यह खबर आई थी कि 15 जुलाई तक प्राथमिक स्कूल खुल जाएंगे लेकिन बाद मे सरकार की तरफ से इस खबर का खंडन किया गया कि नहीं स्कूल खोलने की ऐसी कोई योजना नहीं है।
प्राथमिक स्कूलों में हो रही है आनलाइन पढ़ाई
बेहतर संसाधन के जरिये तो कोई कुछ भी कर सकता है लेकिन बिना संसाधनों के प्राथमिक विद्यालयों के गुरू जी लोगों ने वह कर दिखाया जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। प्राथमिक टीचर्स मोबाइल के व्हाहटस एप ग्रुप के जरिये बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं। गांव में सभी बच्चों के पास मोबाइल फोन नहीं होते और अक्सर नेटवर्क और चार्जिंग की समस्या भी बनी रहती है। इस सबके बरअक्स प्राथमिक टीचर्स ने लाकडाउन में बच्चों की बेहतरीन पढ़ाई कराई है।