LUCKNOW : एक बार फिर यूपी में ऐसा कुछ हुआ जो अजीब सा था। निजी स्तर पर एक राजनीतिक पार्टी के सांसद ने जातिगत सर्वे करवाया तो यूपी सरकार ने लखनऊ में हजरतगंज पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज करवा दी। बाद में पता चला कि यह सर्वे आप पार्टी के सांसद संजय सिंह करवा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के बहुत से लोगों को मंगलवार को एक कॉल आया, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या योगी सरकार केवल विशेष जातियों के हितों में काम कर रही है।
कॉल्स को लेकर प्रदेश में राजनीतिक उथल पुथल हो गई, जिसके बाद आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने अपने ट्विटर के माध्यम से बताया कि सर्वेक्षण का आयोजन उन्होंने ही करवाया है।
उन्होंने बुधवार को ट्वीट में कहा, “हम बस लोगों से यह पूछ रहे हैं कि ये सरकार जाति के आधार पर काम कर रही है या नहीं। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों और दलितों की हत्या करना अपराध नहीं, लेकिन योगी सरकार जातिवादी हैं या नहीं इसका सर्वे करना अपराध है। राज्य सरकार जांच में जनता का पैसा बर्बाद न करे, जो पूछना है मुझसे पूछे।”
हाल ही के हफ्तों संजय सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ टिप्पणियों के लिए लगभग 10 मामले दर्ज किए गए हैं