गहलोत सरकार को बचाने के लिए पूरी कांग्रेस पार्टी इस समय हालात से लड़ रही है और इसी जददोजहद में लगी है कि किसी भी कीमत पर सरकार बचाई जाए। कांग्रेस ने पांच सूत्रीय रणनीति बना कर काम किया जिससे राज्य के गवर्नर कलराज मिश्रा को विधानसभा का सदन बुलाने के लिए मंजूरी देनी पड़ी ऐसा कांग्रेस का दावा है।
1 — कपिल सिब्बल की अगुवाई वाली कांग्रेस की लीगल टीम ने सुप्रीम कोर्ट में विधानसभा अध्यक्ष द्वारा दायर याचिका वापस ले ली।
2 — कांग्रेस ने जयपुर को छोड़कर देशभर के राजभवनों के बाहर प्रदर्शन किया। दिल्ली में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी के नेतृत्व में मार्च निकाला गया। उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्तव में कांग्रेसियो ने उम्दा प्रर्दशन किया।
3 — तीन पूर्व केंद्रीय मंत्रियों कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और अश्विनी कुमार ने राज्यपाल को पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा, राज्यपाल ने राज्य कैबिनेट की सलाह के मुताबिक विधानसभा का सत्र बुलाकर उपकृत किया है।
4 — पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने एक प्रेसवार्ता की और इस मामले में राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा, मैं निष्ठापूर्वक उम्मीद करता हूं कि राष्ट्रपति राज्यपाल को अपना दायित्व निभाने का निर्देश देंगे।
5 — मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने फेयरमॉन्ट होटल में ठहरे हुए विधायकों से कहा, मैंने प्रधानमंत्री मोदी से बात की है और उन्हें राज्यपाल के रवैये से अवगत कराया। मैंने उनसे एक सप्ताह पहले भेजे उस पत्र का जिक्र भी किया, जिसमें मैंने राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त की जानकारी दी थी।