LUCKNOW : ज़ोर—शोर से शुरू की गयी देश की पहली निजी ट्रेन तेजस अब पटरियों पर नहीं दौड़ेगी। रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन के संचालन को बंद करने का एलान किया है। 23 नवम्बर के बाद न तो तेजस दिखेगी और न ट्रेन के वर्किंग स्टाफ।
यहीं नहीं निजीकरण के चलते अस्त्तिव में आने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस भी अपने अस्त्तिव में अभी तक नहीं आ सकी है और न ही इसके चलने की उम्मीद जताई जा रही है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इंदौर के बीच इस को चलना था।
इस सबंध में जब आईआरसीटीसी के आलाधिकारियों से बात की तो उन्होनें बताया कि कोरोना के चलते इसको बंद किया जा रहा है। उम्मीद है कि कोरेना के बाद जब जन जीवन पटरी पर लौटेगा तो शायद यह निजी ट्रेन भी अपनी पटरी पर लौटे और दिल्ली लखनऊ के बीच कुलाचे भरे।