PATNA : शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने कामकाज संभालने के महज एक घंटे के भीतर ही इस्तीफा देकर इतिहास रच दिया। विपक्ष के आरोपों के बाद नीतिश सरकार के एजूकेशन मिनिस्टर मेवालाल चौधरी को इस्तीफा देना पड़ा।
मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाए जाने के बाद से ही उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर विपक्ष लगातार सरकार पर निशाना साध रहा था। मेवालाल ने पदभार संभालने के एक घंटा बाद ही उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया।
जनता दल युनाइटेड के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि लोकतंत्र लोकलाज से चलता है। यही कारण है कि भ्रष्टाचार के आरोपी शिक्षा मंत्री से मुख्यमंत्री ने इस्तीफा ले लिया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा था कि असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति में भ्रष्टाचार करने के आरोपी को शिक्षा मंत्री बनाकर क्या उन्हें लूटने की खुली छूट दी गई है?
गौरतलब है कि मेवालाल चौधरी पर प्रोफेसर की नियुक्ति और भवन निर्माण में भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों में भारतीय दंड संहित की धारा 409,420,467, 468,471 और 120बी के तहत पहले से ही मुकदमा दर्ज है।
जदयू विधायक डॉ. मेवालाल चौधरी राज्य की तारापुर विधानसभा सीट से निर्वाचित हुए हैं । राजनीति में प्रवेश से पहले मेवालाल भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे।