PATNA : वर्ष 2014 के बाद यह पहला वर्ष है जो आलू किसानों के लिए मुफीद साबित हुआ और यही बात राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के लिए निति संगत दिखाई दे रही है। क्योंकि बिहार राजनीति में लालू प्रसाद यादव पर होते विपक्ष के तगड़े हमले भी यही बता रहे हैं कि वहां लालू का कद बढ़ रहा है। अभी तक बीजेपी नेता सुशील मोदी ही जेल में लालू प्रसाद यादव को मिल रही सुविधाओं पर प्रहार कर रहे थे अब उनका साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के कैबिनेट मिनिस्टर भी देते दिखाई दे रहे हैं।
लालू प्रसाद यादव लंबे समय से जेल के भीतर है। तो जेल के बाहर उनके परिवार में भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। उनक बच्चों में आपस में बन नहीं रही है जिसका फायदा दूसरे राजनीतिक दल उठा रहे हैं। इसके बाद भी लालू प्रसाद यादव जेल मे बैचेन नहीं हुए। उन्होंने सधे अंदाज मे तेजस्वी को आगे बढ़ाया और बिहार राजनीति में सशक्त वापसी के संकेत दिये हैं।
वही बात अगर आलू की करे तो वर्ष 2020 आलू किसानों के लिए काफी सौगाते लेकर आया। थोक बाजार में इस समय आलू की कीमत दो हजार से बाइस सौ रुपये प्रति क्विंटल और फुटकर में 30 रुपये प्रति किलो पहुंच गई है। जुलाई माह में आलू के दामों में इतना उछाल छह साल बाद आया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भंडारण कम होने से आलू के दाम अभी और चढ़ेंगे। जिन किसानों का आलू भंडारित है उनकों तीन गुना तक मुनाफा होगा।