NEW DELHI : हुजर आते आते बहुत देर कर दी। कांग्रेस आलाकमान ने हाल में जो निर्णय लिये हैं यदि इन इन निर्णयों को पहले लिया गया होता तो यह दिन देखने को नहीं मिलते। आलाकमान ने कड़ा निर्णय लेते हुए सबसे ज्यादा वफादार और ईमानदार नेता गुलाम नबी आजाद को महासचिव पद से हटा दिया है। उन्होंने वही दूसरे असंतुष्ट नेता जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह का प्रभारी बनाकर बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
गौरतलब है कि इन दोनों नेताओं के नाम सोनिया गांधी को संगठनात्मक बदलाव के लिए पत्र लिखने वाले 23 नेताओं में शामिल थे। कांग्रेस ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की जिम्मेदारी सौंपने के साथ नौ महासचिव भी नियुक्त किए।
प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश
मध्य प्रदेश के लिए मुकुल वासनिक
कर्नाटक के लिए रणदीप सिंह सुरजेवाला
राजस्थान के लिए अजय माकन
आंध्र प्रदेश के लिए ओमन चांडी
पंजाब के लिए हरीश रावत को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
तारिक अनवर केरल और लक्षद्वीप की जिम्मेदारी निर्वहन करेंगे।
जितेंद्र सिंह असम की जिम्मेदारी संभालेंगे।
के. सी. वेणुगोपाल संगठन के प्रभारी होंगे।
छत्तीसगढ़ के लिए पी. एल. पुनिया
झारखंड के लिए आर. पी, एन. सिंह
दिल्ली व बिहार के शक्ति सिंह गोहिल प्रभारी होंगे।
वहीं कई प्रदेशों के प्रभार में भी फेरबदल भी किए हैं। रजनी पाटिल को जम्मू-कश्मीर, राजीव शुक्ला को हिमाचल प्रदेश, दिनेश गुंडूराव को तमिलनाडु, पुडुचेरी और गोवा के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। राजीव सातव दमन और दीव व अन्य छोटे केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा गुजरात की भी जिम्मेदारी संभालेंगे, जबकि एच. के. पाटिल महाराष्ट्र के प्रभारी होंगे
कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी ने पवन कुमार बंसल सहित 17 प्रभारियों को नियुक्त किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को पार्टी प्रशासन की जिम्मेदारी दी गई है।