CHANDIGARH : सीएम पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू के बीच बर्फ की चादर पिघल रही है। और यह सबकुछ हो रहा है पूर्व सीएम हरीश रावत की कोशिशों के बाद। कांग्रेस आलाकमान ने राजस्थान प्रकरण से सीख लेते हुए असंतुष्ट नेता सिद्धू को साधने की कोशिशें शुरू कर दी है।
जल्द ही पंजाब में कैबिनेट विस्तार है और इस विस्तार में सिद्धू को दोबारा शामिल किया जा सकता है। दोनों के बीच रिश्ते मधुर हो इसके लिए सीएम अमरिंदर ने सिद्धू को अपने निवास स्थान पर लंच के आमंत्रित किया। सिद्ध के लंच को राजनीतिक शिगूफा के तौर पर अकालियों ने प्रचारित किया और तरह तरह की बाते की।
मुख्यमंत्री ने सिद्धू के लिए एक बड़े भोज की मेजबानी करने संबंधी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की ओर से की गई टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके पूर्व कैबिनेट सहयोगी ने महज उबली हुई सब्जी खाई, जबकि उन्होंने खुद दोपहर के भोजन में दही के साथ मिस्सी रोटी खाई थी। उन्होंने कहा, क्या यह अकालियों को एक प्रीतिभोज (बैंक्वेट) जैसा दिखता है?
अमरिंदर सिंह ने कहा कि एक घंटे की लंच मीटिंग के दौरान दोनों अच्छे मूड में थे। उन्होंने कहा, मैं बैठक से संतुष्ट और खुश हूं और इसलिए सिद्धू भी होंगे। दोनों के बीच गंभीर चर्चा की मीडिया अटकलों को खारिज करते हुए, मुख्यमंत्री ने चुटकीले अंदाज में कहा कि इस बैठक में पंजाब या भारत या फिर दुनिया के लिए कोई भी योजना नहीं बनाई गई।