RAIBARELY : सरकारी कार्यलायों में अधिकारियों की गैरमौजूदगी को मुददा बनाकर राष्ट्रीय भागीदारी मिशन के नेतृत्व में कई दर्जन लोग जिला अधिकारी परिसर में धरने पर बैठ गए। यह लोग मांग कर रहे हैं कि सरकारी कर्मचारियों की उपथिति आफिस में कम्लसरी हो ताकि लोगों की समस्याओं का निराकण हो सकत। संगठन के सुशील पासी ने अनुसूचित,दलित एवं पिछड़ी जातियों से जुड़ी दो घटनाओ को लेकर कलेक्ट्रेट मे दर्जनों ग्रामीणों के साथ ज्ञापन सौंपा
पहला मामला थाना सरेनी क्षेत्र उसुरू गांव का है जहां सर्वेश कुमार पासी की भूमिधरी जमीन पर जबरन नाले का निर्माण कराया जा रहा है इसकी शिकायत कोतवाली सरेनी व एसडीएम से की गई है लेकिन इस प्रकरण में कोई सुनवाई नहीं हुई सर्वेश ने बीते दिनों पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई थी वह आत्मदाह करने का प्रयास भी किया था।
वहीं दूसरा मामला गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के पूरे बढ़इन मजरे बरऊवा का है जहाँ बाबादीन ने फर्जी कोटा चला रहे सुनील सिंह के खिलाफ शिकायत की थी जिसपर कोटा निरस्त कर दिया गया था इसी बात को लेकर पीड़ित के घर मे बीती 14 अप्रैल की शाम को अचानक गुरुक्शगंज थाना प्रभारी कुवंर बहादुर सिंह व चौकी इंचार्ज श्री राम पांडे आ गए। और जातिसूचक भाषा का इस्तेमाल करते हुए बाबादीन की पत्नी को भी मारा वहीं खड़ा नाबालिग सतीश कुमार बाबादीन का बेटा वीडियो बना रहा था सिपाहियों द्वारा उसको दबाकर पकड़ा और मिनी गुंडा एक्ट धारा 110 में कैरियर खराब करने की मंशा से जेल भेज दिया।
पीड़ित घर छोड़ अपने रिश्तेदारों के यहां रहने को मजबूर है हद तो तब हो गई जब बाबादीन के रिश्तेदारों को पुलिस थाने उठा लायी और छोड़ने के नाम पर पैसे मांगे और 40000 रूपये लेकर छोड़ा।