KANPUR : आखिरकार विकास दुबे के फाइनेंसर जय बाजपेई और उसके भाइयों के मकान की कुर्की हो ही गयी। हालांकि पुलिस ने इसके मकान में रह रहे किरायेदारों को अपना समान निकालने की मोहलत दी। जिसकी आढ़ में जय बाजपेई और उसके भाइयों में ने भी अपना समान पार कर लिया। कुर्की की कर्रवाई के दौरान दो दर्जन से ज्यादा वकील और बजरिया और नजीराबाद थाने की फोर्स तैनात रही।
जय, अजयकांत, रजयकांत और शोभित बाजपेई इन चार भाइयों की 11 प्रापर्टी को कुर्क करने के आदेश शुक्रवार देर रात डीएम ने दिए थे। इनके ब्रह्मनगर वाले मकान में किराएदार भी हैं। सम्पत्तियों की जब्तीकरण के आदेश के बाद वहां बसे किराएदारों ने अपना सामान निकालना शुरू कर दिया। शनिवार शाम साढ़े सात बजे से लोडर आने लगे। इसके बाद ट्रक पहुंचे। एक के बाद एक सारा सामान ट्रक और लोडरों में डालकर भेजा जाने लगा।
मकान के सबसे अंतिम चौथी मंजिल पर जय के परिवार के सदस्य रहते हैं। उन्होंने भी किराएदारों की आड़ में घरेलू सामान ट्रक में लादकर यहां से रवाना कर दिया। सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे की डेथ के बाद उनकी पत्नी श्रृचा दुबे ने कमान संभाल ली है और वह पूरे प्रकरण की पल पल की खबर रख रही है। उन्हें पता है कि जय बाजपेई के पास उनके पति विकास दुबे का कितना पैसा है। लेकिन यह नहीं पता कि उसने उस पैसों को निवेश के नाम पर कहां कहां लगा रखा है।