LUCKNOW : अजय कुमार लल्लू ने प्रियंका गाधी के फैसले को सही साबित कर दिया। जिस भरोसे के साथ प्रिंयका गांधी ने अपने सिपाहसलार के तौर पर अजय की नियुक्ति की थी उस नियुक्ति पर अजय लल्लू खरे उतरे और एक बड़ा आंदोलन करने में कामयाब हुए। कृषि बिल के विरोध में कांग्रेसी लखनऊ की सड़कों पर उतरे, लंबे समय बाद ट्रैफिक जाम हुआ और पुलिस को आंदोलनकर्मियों को कंट्रोल करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
अमूमन कांग्रेस का आंदोलन कम और फोटो सेशन हुआ करता था। नेताओं के कुर्ते का कलफ नहीं खराब हो पता था और आंदोलन हो जाता था। इस बार ऐसा नही हुआ। पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पकड़ने के लिए रात में ही दबिश देना शुरू कर दिया था। एक और चीज् इस प्रर्दशन में देखने को मिली। इस प्रर्दशन में गुटबाजी नहीं थी और कार्यकर्ता एक दूसरे की जय विजय कर रहे थे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार इस आन्दोलन से इतना भयभीत है कि कांग्रेस नेताओं को उनके घरों में रात से ही नजरबंद कर दिया गया और भारी पुलिस का पहरा लगा दिया है।
लल्लू का अरोप है कि प्रमोद तिवारी आराधना मिश्रा‘मोना’,नसीमुद्दीन सिद्दीकी को उनके घरों में नजरबंद किया गया।