इन सीटों पर होगा उपचुनाव
जौनपुर, उन्नाव (बांगरमऊ), देवरिया सदर, बुलंदशहर, कानपुर (घाटमपुर), अमरोहा (नौंगावा सादात), फिरोजाबाद (टुंडला), रामपुर (स्वार)
LUCKNOW : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर जिंदाबाद के नारे गूंजते सुनाई देंगे। चुनाव आयोग ने यूपी विधान सभा की खाली आठ सीटों के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी है। यह नतीजे मौजूदा स्थिति पर तो ज्यादा असर नहीं डालेंगे लेकिन यूपी की राजनीति में क्या होने जा रहा है उसके संकेत जरूर दे देंगे। इस लिहाज से इन चुनाव को सत्ता के सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है।
रिक्त विधानसभा की जिन आठ सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उसमें से छह भाजपा और दो सपा के पास हैं। फिरोजाबाद की टुंडला सीट भाजपा के एस पी सिंह बघेल के सांसद बनने के बाद खाली हुई है। लेकिन न्यायालय में विवाद लंबित होने के कारण यहां अब तक उपचुनाव नहीं हुआ। रामपुर की स्वार सीट से सपा सांसद आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम की जन्मतिथि विवाद की वजह से उनकी सदस्यता रद्द होने के कारण वहां चुनाव होने हैं।
वहीं उन्नाव की बांगरमऊ से भाजपा के कुलदीप सिंह सेंगर जीते थे। उनकी सदस्यता उम्र कैद की सजा मिलने के कारण रद्द हुई। इसके अलावा जौनपुर के मल्हनी क्षेत्र से सपा के पारसनाथ यादव के निधन होने के कारण यह सीट खाली हुई। देवरिया सदर से भाजपा विधायक जन्मेजय सिंह और बुलंदशहर से भाजपा के वीरेंद्र सिरोही की सीट भी निधन के कारण खाली हुई है। वहीं कानपुर की घाटमपुर सीट भाजपा की कमल रानी वरुण और अमरोहा की नौगावां सादात भाजपा के चेतन चौहान के निधन से खाली हुई है।
समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से उप चुनाव लड़ेगी तो बीएसपी उपचुनाव में शरीक नहीं होती है। कोई निगेटिव मैसेज न जाए इसलिए बीजेपी भी पूरी ताकत लगा कर चुनाव लड़ेगी। वहीं देखना यह होगा कि कांग्रेस सपा की पिछलग्गू बनती है या फिर उप चुनाव में किस्मत आजमा कर वह अपनी ताकत देख्नना चाहती है। सगठन की दृष्टि से बीजेपी और सपा दोनों ने ही अपने संगठन में बदलाव किया है।