BIHAR : चुनाव आयोग द्वारा बिहार में इलेक्शन की तारीखों के एलान के बाद जो सर्वे हुए हैं उनमें नीतिश सरकार जाति हुई दिखाई दे रही है। हालांकि पीएम मोदी का क्रेज बरक़रार है और बिहार के लोग नीतिश कुमार से ज्यादा उनको पंसद करते हैं।
आईएएनएस सी-वोटर बिहार ओपिनियन पोल सर्वे के रिजल्टमें 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदाता सरकार बदलना चाहते हैं। सर्वे में लगभग 56.7 फीसदी वोटर सरकार से नाखुश हैं और वे बदलाव चाहते हैं। जबकि 29.8 फीसदी वोटर सरकार से नाराज हैं लेकिन इसे बदलना नहीं चाहते हैं। सिर्फ 13.5 फीसदी वोटर ने कहा कि वे नाराज नहीं हैं और न ही वे सरकार को बदलना चाहते हैं।
सर्वे में 25 हजार 789 लोगों का सैंपल का प्रयोग किया गया है। सर्वे 1 सितंबर 2020 से 25 सितंबर 2020 के बीच किया गया है। सर्वे में बिहार की सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों के लोगों से बातचीत कि गयी है।। सर्वे में चूक का मार्जिन बहुत कम है।
चुनाव आयोग ने बताया हे कि बिहार में होने जा रहे चुनाव में 6 लाख से ज्यादा पीपीई किट का इस्तेमाल किया जाएगा। 46 लाख मास्क का इस्तेमाल भी होगा। सात लाख हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल किया जाएगा, साथ ही 6 लाख फेस शील्ड को उपयोग में लाया जाएगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि इस बार वोट डालने के लिए एक घंटे का अधिक वक्त रखा गया है। सुबह सात से शाम 6 बजे तक मतदान होगा, लेकिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा नहीं होगा। डोर-टू-डोर कैंपेन में सिर्फ पांच लोग ही जा सकेंगे। इस बार नामांकन और हलफनामा ऑनलाइन भी भरा जाएगा, डिपोजिट को भी ऑनलाइन सबमिट किया जा सकेगा।