JAIPUR : राजस्थान में कांग्रेस के दोनों दिग्गजों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहां बात हो रही है सीएम अशोक गहलोत और नेता सचिन पायलट की। ताजा मामला जयपुर से हैं जहां पायलट के मीडिया मैनेजर पर हुई एफआईआर ने चिंगरी को आग का रूख दे दिया है।
पूरा मामला इस तरह है कि सचिन पायलट अपने एक बड़े काफिले के साथ जोधपुर जा रहे थे। जोधपुर सीएम का ग्रहक्षेत्र है काफिला लंबा था और इसे देखकर लगा कि सचिन पायलट सीएम के क्षेत्र में शक्ति प्रर्दशन करने जा रहे हैं।
जबकि वह भाजपा नेता जसवंत सिंह के निधन पर उनके बेटे मानवेन्द्र सिंह से मिलने जा रहे थे। सवाल यही है कि क्या शोक सभा में कोई नेता दलबल के साथ जाता है शक्ति प्रर्दशन करते हुए।
बाहरहाल इस शक्ति प्रर्दशन से मैसेज गलत गया तो जयपुर के विधायक पुरी थाने में सचिन पायलट के मीडिया मैनेजर लोकेंद्र सिंह और राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार शरत कुमार पर एफआईआर दर्ज हो गयी।
इन दोनों पर आईपीसी की धारा 505 (1), 505 (2), 120 बी और सूचना और प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 76 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उन्होंने लोकेंद्र सिंह को अपने गैजेट्स (लैपटॉप, मोबाइल और कंप्यूटर) के साथ गुरुवार को पुलिस स्टेशन में बुलाया था। इन गैजेट्स का इस्तेमाल फोन टैपिंग रिपोर्ट की जानकारी फैलाने में किया गया था।
राजस्थान कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट, दोनों के ही खेमों में सब कुछ ठीक नहीं है। पहला खेमा, पायलट के राजस्थान कांग्रेस में वापसी से नाखुश है तो दूसरा अपने कट्टर समर्थकों के पोर्टफोलियो छिन जाने से नाराज है।