JAIPUR : उत्तर प्रदेश कर एक मशहूर कहावत है कि तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा। जी हां कांग्रेस के इन तीन विधायकों ने गहलोत सरकार को गिरने से बचा कर सचिन पायलट का काम बिगाड़ दिया। इन विधायकों ने अंतिम क्षण में अपनी निष्ठा बदलकर सचिन पायलट के उन मंसूबों पर पानी फेर दिया, जिसके तहत वह अशोक गहलोत की राज्य सरकार को गिराना चाहते थे।
ये तीन विधायक हैं दानिश अबरार, डिडवाड़ा से विधायक चेतन दूदी और राजखेड़ा से विधायक रोहित बोहरा। दिवंगत सांसद अबरार अहमद के बेटे दानिश अबरार दिल्ली में कांग्रेस के एक कद्दावर नेता के करीबी हैं। इन तीनों विधायकों को पायलट का करीबी माना जाता था और ये पहले ही दिन खुद से दिल्ली आए थे, लेकिन बाद में वापस चले गए। अन्य एक विधायक हैं भंवरला शर्मा, जिनका ऑडियो क्लिप लीक हुआ है, जिसमें वह भाजपा के साथ कथित तौर पर सौदेबाजी करते सुने जा रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि ये तीनों विधायक एआईसीसी के एक शीर्ष पदाधिकारी के हस्तक्षेप पर जयपुर लौट गए। शीर्ष कांग्रेस पदाधिकारी ने तीनों विधायकों को लौटने के लिए राजी किया और साथ ही पायलट खेमे की योजना और संभावित तख्तापलट के लिए पायलट के संपर्क में संभावित विधायकों की सही संख्या की भी जानकारी हासिल कर ली।
तख्ता पलट की योजना बीच में ध्वस्त हो गई, क्योंकि कांग्रेस को योजना की जानकारी पहले ही मिल गई और उसने अपने विधायकों को रोक लिया और वे दिल्ली नहीं पहुंच पाए। इस बीच इन तीनों विधायकों ने जयपुर पहुंचने के बाद भाजपा के साथ किसी बैठक से इंकार किया और प्रेस के सामने बोहरा ने कहा, हम कांग्रेस के सैनिक हैं और अंतिम सांस तक पार्टी के साथ रहेंगे।