JHABUWA ; कोरोना काल में अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों ने तरह-तरह के टोटके किये। किसी ने गिलोई खायी तो किसी ने तुलसी के पत्तें का जूस पिया लेकिन क्या आप को पता है कि बहुत से ऐसे भी लोग है जिन्होंने इन दिनो जमकर कड़कनाथ पर हाथ साफ किया। गौरतलब है कि कोरोना काल में कड़कनाथ मुर्गो की मांग भी बढ़ गई है।
मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य इलाकों में पाए जाने वाले कड़कनाथ मुर्गा रोग प्रतिरोधिक क्षमता बढ़ाने में मददगार है। दावा है कि कड़कनाथ मुर्गा रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ कम वसा, प्रोटीन से भरपूर, हृदय-श्वास ओर एनीमिक रोगी के लिए लाभकारी है। कड़कनाथ का शरीर, पंख, पैर, खून, मांस सभी काले रंग का होता है।
शायद यही कारण है कि क्रिकेटर बिजनेस मैन बन रहे महेन्द्र सिंह धोनी ने भी कड़कनाथ पर विश्वास जताया है। उन्हें लगता है कि अब उनकी तिजोरी कड़कनाथ भरेगा तभी तो उन्होंने कड़कनाथ फार्मिंग के लिए चूजों की बुकिंग की है।