अयोध्या : अयोध्या जनपद में अब कोरोना पीछे छूट गया है तो डेंगू का कहर बढ़ गया है। डेंगू ने आज एक अधिवक्ता की जान ले ली। अयोध्या जिला अस्पताल में एक अधिवक्ता की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है।
अस्पताल के डॉक्टरों के ऊपर मरीज के इलाज में लापरवाही का आरोप लगा है। मृतक अधिवक्ता मंगलवार की शाम डेंगू से पीड़ित पाए गए थे जिसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद बुधवार की सुबह जिला अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और हंगामा करने लगे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल परिसर में फोर्स को तैनात कर दिया गया है। मृतक अधिवक्ता शेष नारायण तिवारी के पिता भगवान बक्स तिवारी का आरोप है कि शाम को जब उनके बेटे को अस्पताल में भर्ती कराया गया तो डॉक्टर सत्येंद्र सिंह उनके बेटे का इलाज कर रहे थे और उन्होंने बताया कि सब कुछ ठीक है कोई समस्या नहीं है जबकि मरीज के तीमारदारों ने डॉक्टर से मरीज को देख लेने की बात कही लेकिन डॉक्टर ने सब कुछ सही होने की बात कही और उसके कुछ ही देर बाद उनकी मौत हो गई।
वंही इस मामले पर जिला अस्पताल के सीएमएस रविंद्र कुमार का कहना है कि जब उन्हें भर्ती किया गया तो वह ठीक-ठाक थे। जिसके बाद वह बाथरूम गए बाथरूम के बाद जब लौट कर के वापस आए तब उनकी मौत हो गई संभवत हो सकता है हार्ट अटैक से भी मौत हुई हो।
अधिवक्ता की मौत की खबर सुनकर कचहरी से बड़ी संख्या में परिजन व उनके साथी जिला अस्पताल परिसर पहुंच गए और हंगामा करने लगे।परिजनों की मांग थी कि दोषी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। भीड़ बढ़ती देख पूरे अस्पताल परिसर में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई है।
एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने कहा कि मृतक अधिवक्ता के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई कराई जा रही है जांच के आधार पर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।