LUCKNOW : यूपी विधान सभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने सात कमेटियों का गठन किया है। यह कमेटियां तय करेगी कि यूपी में कांग्रेस कैसे चुनाव लड़े। इन कमेटियों में लगभग सभी सीनियर कांग्रेसियों को जगह दी गयी है सिवाये जितिन प्रसाद के। जितिन प्रसाद लंबे समय से आलाकमान को ब्लैकमेल कर रहे थे। बात जब लोकसभा चुनाव की थी तब भी उन्होंने पार्टी को खासा परेशान किया था। उनके आचरण से पार्टी की किरकिरी हुई थी। अब बारी कांग्रेस पार्टी की है और पार्टी ने जितिन प्रसाद को हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया है। अब जितिन प्रसाद तय करेंगे कि उन्हें क्या करना है। जितिन प्रसाद को सचिन पायलट का करीबी माना जाता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद उन 9 नेताओं में शामिल थे जिन्होंने हाल ही में आलाकमान को चिटठी लिखी थी। पार्टी ने एक बयान में कहा है कि सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए कई सारी कमिटियों का गठन किया है। विधान सभा चुनाव फरवरी-मार्च 2022 में होने हैं। इन समितियों में प्रदेश के लगभग सभी बड़े नेताओं को शामिल किया गया है, मसलन सलमान खुर्शीद, प्रमोद तिवारी, राशिद अल्वी, नूर बानो, अनुग्रह नारायण लेकिन जितिन प्रसाद का नाम नहीं है।
इन समितियों का गठन प्रदेश के 9 वरिष्ठ नेताओं के सोनिया गांधी को पत्र लिखने के बाद की गई हैं। इन सभी नेताओं को पार्टी ने पिछले साल बर्खास्त कर दिया था। इस पत्र में प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशना साधा गया था और कहा गया था कि सोनिया गांधी परिवारवाद से ऊपर उठें और कांग्रेस में फिर से लोकतांत्रिक जड़ों को मजबूत करें।