CHENNAI : जान देने में क्या पड़े लिखे लोग ज्यादा जल्दी करते हैं? लगता तो कुछ ऐसा ही है। क्योंकि सिर्फ सोमवार की घटनाओं पर नजर डाले तो पड़े लिखे और तथाकथित सभ्य समाज से ताल्लुक रखने वालों की सुसाइड करने में संख्या ज्यादा है। गुड़गांव में एक एयर होस्टेस ने उंची बिल्डिंग से छलांग लगा कर जान दे दी तो चेन्नाई मे एक सर्जरी के डाक्टर ने भी तीसरे माले से कूद कर अपनी जिंदगी खत्म् कर दी।
चेन्नाई के स्टैनली मेडिकल कॉलेज अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर कन्नन ने हॉस्टल की बिल्डिंग से कूदकर अपनी जान दे दी। डॉक्टर कन्नर हड्डी रोग सर्जरी विभाग में पोस्ट ग्रेज्युएट फसर्ट ईयर के स्टूडेंट थे। वह तमिलनाडु के उदुलमलपेट के रहने वाले थे।
चेन्नाई पुलिस मुताबिक हॉस्टल की बिल्डिंग के तीसरी मंजिल से कूदने के बाद कन्नन के सिर में गंभीर चोटें आईं, जिससे उनकी मौत हो गई। डाक्टर कन्नन ने क्यों जान दी यह अभी रहस्य है। पुलिस ने किसी सुसाइड नोट के न मिलने की बात कही है।