NEW DELHI : जो दूसरों के लिए जैसा करता है जिंदगी में कभी न कभी उसके समाने वह जरूर आता है। यहां बात हो रही है तिहाड़ जेल में बंद देह व्यापार की मास्टर सोनू पंजाबन की। किसी जमाने में सोनू पंजाबन कम उम्र की लड़कियों को खरीद कर उन्हें दवाईयों के डोज से जल्दी जवान करके लोगों से मोटी रकम ऐठती थी। आज उसी सोनू पंजाबन ने जेल में सर दर्द के लिए दवाईयों को ओवरडोज लिया जिससे उसकी जिंदगी पर बन आई है।
तिहाड़ जेल के पीआरओ के मुताबिक सोनू पंजाबन ने सिरदर्द के लिए अधिक मात्रा में गोलियों का सेवन कर लिया। ऐसा लगता है कि वह कुछ समय से इन दवाओं को इकट्ठा कर रही थी। दवा का सेवन करने के बाद उसने बेचैनी की शिकायत की, जिसके बाद उसे जेल परिसर के अंदर दवाखाने में भर्ती कराया गया। बाद में उसे दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जाती है।
सोनू पंजाबन के नाम से दिल्ली में देह व्यापार के काले कारोबार में चर्चित गीता अरोड़ा और उसके सहयोगी संदीप बेदवाल को अदालत ने अपहरण, मानव तस्करी और वेश्यावृत्ति के एक मामले में दोषी ठहराया था। जिसके बाद से वह तिहाड़ जेल में सजा काट रही है। यह मामला 12 वर्षीय एक लड़की से जुड़ा है, जिसका 11 सितंबर 2009 को बेदवाल ने अपहरण किया था।
बाद में इस लड़की को वेश्यावृत्ति के उद्देश्य से सोनू पंजाबन सहित विभिन्न लोगों को कई बार बेचा गया था। अभियोजन पक्ष के अनुसार, सोनू पंजाबन ने पीड़ित लड़की के शरीर में ऐसी दवाइयां इंजेक्ट कराई जो उसे ‘वेश्यावृत्ति के लिए अधिक उपयुक्त’ बनाएं। इस लड़की से वेश्यावृत्ति कराकर वह हर ग्राहक से 1,500 रुपये वसूलती थी।