अयोध्या : अयोध्या में 11 नवंबर से 13 नवंबर तक होने वाले दीपोत्सव की तैयारी को लेकर डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अपने 10 हजार वालंटियर के साथ 13 नवंबर को राम की पैड़ी के 24 घाटों पर छह लाख दीपक प्रज्वलित करेगा।
कुम्हार परिवार में छह लाख दीए जलाए जाने की खबर के बाद से खुशियां छाई हुई हैं। अयोध्या में कई ऐसे परिवार हैं जो दीपक बनाने का कार्य करते हैं। इन कुम्हार परिवारों ने दीपक बनाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। हालांकि अभी इनके पास ऑर्डर नहीं आया है लेकिन इन्होंने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।
इस बार डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय चौथे वर्ष भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा है। इससे पूर्व 4 लाख 26 हजार से ज्यादा दीपक जलाए जाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अवध विश्वविद्यालय ने बनाया था। लेकिन इस बार छह लाख दीपक जलाकर अपने ही वर्ल्ड रिकॉर्ड को अवध विश्वविद्यालय तोड़ेगा।
डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य रवि शंकर सिंह का कहना है की अवध विश्वविद्यालय को एक बड़ी जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदान की है और अवध विश्वविद्यालय इस बार भी अपने वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने का प्रयास करेगा। इस बार छह लाख से ज्यादा दिए जलाए जाने के लक्ष्य रखे गए हैं।
24 घाटों पर यह दिए जलाए जाएंगे इससे पहले 12 घाटों पर दिए जलाए जाते रहे हैं। लेकिन राम की पैड़ी का विस्तार होने से घाटों की संख्या बढ़ गई है। 8000 वालंटियर दीपोत्सव में लगाए गए हैं जो अवध विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों के छात्र छात्राएं होंगे और 2000 वालंटियर रिजर्व में रखे गए है।
इसके अलावा अवध विश्वविद्यालय के फ़ाईन आर्ट के स्टूडेंट घाट संख्या 10 पर राम दरबार का चित्रांकन करेंगे और घाट संख्या 4,5 और 6 पर राम, हनुमान जी व पुष्पक विमान का चित्रांकन किया जाएगा।