AYODHYA : जिस समय पूरे देश में पत्निंया अपने पति की लंबी जिंदगी के लिए वृत रख कर सज—धज रही थी ठीक उसी समय अयोध्या में एक पत्नी के सामने उसके पति की जिंदगी खत्म हो गयी। जी हां बुर्जग हमेशा से यही कहते हैं कि गृह क्लेश मत करो यह बहुत खतरनाक है। अयोध्या के पीड़ित परिवार के साथ भी यही हुआ।
अयोध्या के जनौरा पक्का तालाब के पास ही लालता प्रसाद प्रजापति का घर है। सबकुछ ठीक चल रहा था। लालता की पत्नी ने भी लालता की लंबी आयु के लिए वृत रखा हुआ था और इंतजार था कि शाम को कब आसमान में चांद का दीदार हो और वह पति के हाथों से वृत तोड़े।
लेकिन यह क्या लालता का पूरा परिवार ही खत्म हो गया। लालता की पत्नि के तो सारे अरमान ही बह गये। हुआ यह कि करवा चौथ के दिन ही पति-पत्नी के विवाद शुरू हो गया और विवाद इतना बड़ा कि लालता ने घर के कमरे में पंखे से लटक कर फांसी लगा कर अपनी जान दे दी।