MURADABAD: आप की खुशियों मे चार चांद लगा कर उसमें दोगुना उत्साह भरने का काम कर रहे बैंड—बाजा एसोसिएशन उदास है। उसने सरकार द्वारा हाल ही में लगाए गई पाबंदी का विरोध किया है और कहा है कि यदि उसकी मांगे न मानी गयी तो वह आत्मदाह करने के लिए मजबूर होंगे।
एसोसिएशन का कहना है कि पाबंदी का सबसे ज्यादा असर शादी विवाह में बैंड-बाजा से जुड़े व्यवसाय करने वाले तपके पर पड़ा है। जिसके चलते बैंड एसोशिएसन मुरादाबाद ने आगे आकर सरकार के सामने अपनी बात रखी है। एसोशिएसन के अध्यक्ष का कहना हैं कि अब तो नोबत सामूहिक आत्मदाह तक पहुँच गई है।
पिछले सात-आठ महीनों से गुरबत की जिंदगी बसर कर रहा बैंड-बाजा व्यवसाय से जुड़े तपके के सब्र का बांध उस समय और टूट गया। जब उत्तर प्रदेश सरकार ने शादियों में डीजे और बैंड-बाजा को बैन कर दिया। एसोशिएसन के अनुसार वो लोग नवबंर-दिसम्बर में होने वाले सहालग का बड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।
जिसके लिए उन्होंने बाजार से पैसा भी ब्याज पर लिया हुआ है, और प्रदेश सरकार की तरफ से जारी की गई गाईड लाइन में बैंड, बाजा बारात पर लगे प्रतिबंध से वो लोग आहत है। अगर उन्हें राहत नही मिलती है तो उनके सामने आत्मदाह करने के अलावा कोई रास्ता नही बचेगा। इसके लिए सभी संगठनों से जुड़े लोग मुरादाबाद के गांधी पार्क में जमा हुए और एक जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुँचे।
इन लोगों ने एक ज्ञापन सौपते प्रदेश की योगी सरकार से मांग की है कि उन्हें मध्य दिसम्बर तक कुछ रियायत दे दी जाए जिससे कि उनके परिवारो का पालन पोषण हो सके, वो कोविड19 की नियमावली का पूरी तरह से पालन करने को तैयार है।