PATNA : बिहार विधानसभा अध्यक्ष के लिए उतरे अवध बिहारी चौधरी को हार का समाना करना पड़ा है। राजग प्रमुख तेजस्वी यादव ने उन्हें अपनी पार्टी से उम्मीदवार बना कर नीतिश कुमार को चुनौती दी थी। जबकि नीतिश सरकार में बीजेपी कोटे से विजय कुमार सिन्हा को बिहार विधानसभा का अध्यक्ष के तौर पर पेश किया गया था जिन्हें वोटों के साथ चुन लिया गया। तेजस्वी के उम्मीदवार को 114 वोट मिले।
बिहार विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर जीतन राम मांझी ने कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद अध्यक्ष पद को लेकर पहले ध्वनिमत से चुनाव कराने की बात कही, तब विपक्ष के सदस्यों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उपस्थिति को लेकर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया।
इस क्रम में वे वेल में आ गए। इस हंगामे के बीच प्रोटेम स्पीकर बार-बार सदस्यों को अपने सीट पर जाने का आग्रह करते रहे। विपक्ष का कहना था कि मुख्यमंत्री इस सदन के सदस्य नहीं हैं, इस कारण मतदान के दौरान नहीं रह सकते हैं। हालांकि प्रोटेम स्पीकर इसे नियम के मुताबिक बताते हुए कहा कि ये मुख्यमंत्री हैं, सदन में उपस्थित रह सकते हैं, लेकिन मतदान में शामिल नहीं होंगे।
इसके बाद भी जब विपक्ष का हंगामा शांत नहीं हुआ तब प्रोटेम स्पीकर ने पांच मिनट के लिए विधानसभा स्थगित कर दी। इसके बाद सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। मत विभाजन की प्रक्रिया के बाद प्रोटेम स्पीकर ने विजय कुमार सिन्हा के पक्ष में 126 मत तथा विपक्ष में 114 मत की बात की घोषणा करते हुए उन्हें निर्वाचित घोषित कर दिया।