WD: अमेरिकन प्रेसीडेंट डोनाल्ड ट्रम्प को कोरोना के आगे झुकना पड़ा और सैन्य हास्टिल के दौरे से पहले उन्होंने पहली बार फेस मास्क् पहना। अमेरिका पूरे वश्वि में कोरोना के मामले में नम्बर एक पर है लेकिन फिर भी वहां के प्रेसीडेंट ने आज तक मास्क नहीं पहना था। अमेरिका में करीब 32 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं और 1 लाख 34 हजार लोगों की जान जा चुकी हैं। इसके बावजूद भी देश का मुखिया मास्क पहनने से इंकार करता रहा। यहां तक कि अमेरिका में कई सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ और राजनेता बार-बार कहते रहे हैं कि कोरोना वायरस से फैली महामारी से बचने के लिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है, यह किसी हथियार से कम नहीं है। मास्क पहनने से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है।
लेकिन देर आये दुरूस्त आये की तर्ज पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मास्क पहनने के महत्व को समझा है। इस शनिवार को घायल सैनिकों को देखने के लिए वॉल्टर रीड के दौरे के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस से कहा कि जब आपको पता हो कि आप अस्पताल जा रहे हैं और वहां जाकर आप कई सारे सैनिकों से मुलाकात करेंगे तो ऐसे मामलों में सावधानी बरतना जायज हो जाता है। उन्होंने कहा कि मास्क पहनना अच्छी बात है। इसके बाद उन्होंने एक गाड़े रंग का मास्क लगाया।
अब तो अलग-अलग रंगों में फैशनेबल मास्क भी बिकने लगे हैं। लोगों ने कोरोना मास्क में फैशनेबल टच देना शुरू कर दिया है। यानी कि हर कोई इस महामारी के दौरान अपने आपको सर्वश्रेष्ठ दिखाने के तरीके ढूंढ रहा है। खैर, सबसे ज्यादा जरूरी है मास्क लगाना, चाहे किसी भी रंग का हो या फिर किसी भी स्टाइल का। कोरोना से बचाव ही उत्तम समाधान है।