MUZAFFARUPUR : पूरब से शुरू हुइ यौन शोषण की खबर अब पश्चिम तक पहुंच चुकी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में संचालित एक आश्रम के स्वामी भक्ति भूषण गोविंद महाराज पर अरोप है कि उसने आश्रम में रहने वाले 10 बच्चों में से 4 बच्चों के साथ यौन संबध बनाए। इन बच्चों की आयु 7 से 10 वर्ष है और सभी पूर्वोत्तर राज्यों के रहने वाले हैं। किसी ने चाइल्ड लाइन के फोन पर फोन कर इस बात की सूचना दी और और चाइल्ड लाइन के लोग पुलिस लेकर आश्रम पहुंचे। जब पुलिस आश्रम पहुंची तो भक्ति भूषण दास भागने की कोशिश कर रहा था जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
सात जुलाई को चाइल्डकेयर हेल्पलाइन की एक टीम और पुलिस ने आठ बच्चों को यहां से बचाया। बाद में दो अन्य को भी यहां से बचाया गया। ये सभी बच्चे सात से दस साल के हैं और सभी त्रिपुरा, मिजोरम और असम के हैं। इन्हें बाल कल्याण बोर्ड के समक्ष पेश किया गया। चिकित्सकीय जांच में चार बच्चों के यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई। इसी बीच उपसंभागीय मजिस्ट्रेट कुलदीप मीणा ने बयान दर्ज किया। जिला प्राधिकारियों ने पीड़ितों के अभिभावकों को इस संबंध में सूचना दे दी है।
पीड़ितों ने दावा किया है कि उन्हें मजदूरी करने को मजबूर करके उनसे ईंट बनवाने का काम करवाया गया। भूषण ने 2008 में यह आश्रम बनाया था। भूषण ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार करते हुए दावा किया कि उसे फंसाया जा रहा है।