PATNA : लालू का लाल प्रचार के मामले में सबपर भारी पड़ रहा है। राजद के सीएम चेहरा तेजस्वी ने चुनाव में अकेले अपने दम पर 247 चुनावी सभाएं कर अपनी पार्टी के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे। हालांकि उनकी मेहनत का फल क्या निकलेगा इस का पता तो 10 नवम्बर को उस समय पता चलेगा जब वोटों की गिनती होगी।
सीएम नीतिश कुमार की बात करें तो उन्होंने इस चुनाव में अपने साथी नित्यानंद राय के साथ चुनावी सभाएं की। सीएम नीतीश कुमार ने बिहार चुनाव में 160 से अधिक सभाएं की। नीतिश ने 6 सभाएं पीएम मोदी के साथ मिलकर की। इसके अलावा उन्होंने वर्चअल चुनावी रैलियों को भी संबोधित किया।
चुनाव आयोग द्वारा बिहार मे तारीखों के एलान के साथ ही तेजस्वी ने मेहनत करनी शुरू कर दी थी। उन्होंने 247 चुनावी सभाओं को अकेले संबोधित किया और चार रोड शो भी किये। तेजस्वी की मेहनत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने एक दिन में 19 सभाओं को संबोधित किया।
बिहार चुनाव में राहुल गांधी ने 8 चुनावी सभाएं की। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने 20 से अधिक रैलियां कर महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगें। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी बिहार में चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया।
जे.पी. नड्डा ने चुनाव के दौरान 22 चुनावी रैलियों को संबोधित किया और रोड शो किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार चुनाव में 19 चुनावी सभाएं की। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान भी प्रचार कर लोगों से वोट मांगें।
केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने 200 से अधिक चुनावी सभाओं और रोड शो में भाग लिया। राजग में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी 24 जनसभा कर राजग के लिए वोट मांगें।